ज़िन्दगी झुलसती ना रहे किसी का अन्याय हम ना सहें। ज़िन्दगी झुलसती ना रहे किसी का अन्याय हम ना सहें।
अभी दिए की लौ सी है रोशनी मेरी देखना एक दिन आफताब हो जाऊंगा। अभी दिए की लौ सी है रोशनी मेरी देखना एक दिन आफताब हो जाऊंगा।
बसंत ऋतु में होने लगता, प्यार का सुखद एहसास। चहुँओर दिखती हरियाली, मन में जगती है न बसंत ऋतु में होने लगता, प्यार का सुखद एहसास। चहुँओर दिखती हरियाली, मन म...
नई मनुस्मृति नई मनुस्मृति
जिसकी सरजमीं को लोगों ने अपने खून से सींचा है, क्या वहाॅं कभी अंधेरा करना आसान हो सकता है...? मुमकीन... जिसकी सरजमीं को लोगों ने अपने खून से सींचा है, क्या वहाॅं कभी अंधेरा करना आसान ह...
अशांत कोलाहल की जिंदगी से दूर शांति का दूत बनेगाI अशांत कोलाहल की जिंदगी से दूर शांति का दूत बनेगाI